हैलो मित्रों! आशा है कि आप सभी अच्छे और स्वस्थ होंगे। आज से में अपने पोस्ट में दिलचस्प दैनिक अनुभव आप सभी के साथ साझा करना चाहता हूं। इसमें मेरे दिनचर्या के बारे में शामिल है जिसमें रोज की नई चीजें हैं। मुझे दैनिक अनुभव लिखना और उन्हें आपके साथ साझा करना पसंद है। मेरे दैनिक अनुभव आप सभी को पसंद आयेगे इसके लिए में अपने सभी पाठकों का बहुत आभारी हूं। तो अब मैं आपको अपनी दिनचर्या के बारे में बताता हूं।
आज मैं 5.30 बजे सुबह उठा। फिर जागने के बाद, मैं एक गिलास गर्म पानी के लिए अपनी रसोई में गया। फिर उसके बाद, मैं तरोताजा हो रहा था उसके बाद मैं अपने बच्चों के कमरे में उन्हें जगाने के लिए गया। उनके उठने के बाद और फिर वो तैयार हो गए और हम 6 बजे तक तैयार हो गए और हम फिर चलने लगे। हम आज बहुत खूबसूरत जगहों पर गए। हम बहुत खुश थे और बहुत ऊर्जावान महसूस कर रहे थे जब हमने उन्हें देखा और बहुत अच्छे दिखने वाले हवा का अनुभव किया। सबसे पहले, हम एक ऐसी जगह पर आए, जहाँ हम गंग नहर को देख सकते हैं और जो देखने में नीली दिख रही है और उस पर बहुत ठंडी हवा भी चल रही है और हम इसके साथ बहुत अच्छे थे। हम लंबे समय तक वहाँ नहीं खड़े रहे और फिर हमने अपना चलना जारी रखा ।
और जब हम वापस लौट रहे थे। हमने एक सुंदर सूर्योदय देखा। कोहरे और बादलों के कारण वह सूर्य ज्यादा दिखाई नहीं दे रहा था। लेकिन यह इतना सुंदर लगता था। उसके बाद हम घर वापस आ गए। घर पर, मैं अपने पौधों को देखने के लिए अपनी बालकनी पर गया, लेकिन मैंने कई कबूतर को वहाँ पानी पीते देखा। वहाँ मैंने उन्हें कुछ बाजरे दिए और फिर वे उन्हें खा रहे थे। और उसके बाद, मैं नीचे आया। फिर मैंने चाय पी और अपने टीवी और कुछ मज़ेदार कार्यक्रम और कुछ ख़बरें देखीं। फिर मैंने अपना फोन लिया और अपने चैनल के आँकड़े देखे और फिर मैं नहाने के लिए चला गया। उसके बाद मैंने नाश्ता किया और ऑफिस चला गया।
फिर मैं ऑफिस पहुँच गया। मैंने अपने साथियों का अभिवादन किया। फिर हमें आज की एंकरिंग करनी थी, इसलिए हम सभी एंकर रूम में गए। मैंने वहां की खबरों की एंकरिंग की। और मैंने समाचारों को संपादित किया और आज का समाचार कार्यक्रम निर्धारित किया। आज कई खबरें थीं। कुछ सकारात्मक और कुछ नकारात्मक। हालांकि, मैं केवल ऐसी खबरें साझा करता हूं जो मुझे अच्छी और नई लगती हैं। तो चलिए बात करते हैं खबरों की। तो खबर यह थी कि पेड़ कटान बचाने के लिए आंदोलन शुरू, कई संस्थाओं ने चलाया चिपको आंदोलन। इसमें कहा गया कि दूसरी तरफ सड़क बनाने के प्रस्ताव का विरोध शरू किया गया। सेव इंडिया जन फाउंडेशन के संस्थापक के नेतृव में शनिवार को कई सामाजिक संगठनों ने इसका विरोध किया भी किया गया। शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने सांकेतिक चिपको आंदोलन चलाया। इस आंदोलन के तहत कार्यकर्ता पेडों से चिपक गए। उनका कहना था कि पेड़ काटने से पहले विभाग को इंसानों को काटना होगा। इसके तहत करीब 60 हजार हरे पेडों का कटान किया जाएगा।
दूसरी न्यूज़ में कहा गया था कि नववर्ष मै पुलिस वालो ने गरीब बच्चो को दान दिया गया। इसमें बहुत से सामान गरीब बच्चो को दिए गए। यह सब बड़ी झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले बच्चे थे। उनके बीच जाकर उन्हें टॉफी बिस्किट चिप्स चोकलेट दिये गए। बच्चो को कम्बल भी बाटे गए थे ताकि वह ठण्ड से बच सके। यह सब पार्टी के प्रमुख एवं पुलिस ने किया।
मै 8.30 बजे तक घर पर था। फिर मैंने अपने हाथो को स्वच्छ किया। और उसके बाद मैंने अपने फॅमिली के साथ डिनर किया। हमने आज मूवी देखि क्युकी आज KBC प्रोग्राम नहीं आना था। वह मूवी बहुत ही अच्छी थी। और साथ बहुत ही फेमस थी। मगर मेने वह बाद थोड़ी देर तक देखि क्युकी मुझे @hive.blog के लिए पोस्ट तैयार करनी थी। तो इसलिए मै अपने रूम में गया पोस्ट बनाने के लिए। और 1 घंटे में उसे बना लिया और फिर मैंने वापिस से टीवी देखा और फिर थोड़ी देर बाद मै सोने चला गया।
सबको धन्यवाद
Have a good day.
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Good अरविंद कुमार
मकर संक्रांति के विसय पर निबंध पोस्ट कर दो भाई 👍👍