नारी! तुम केवल श्रद्धा हो
विश्वास-रजत-नग पगतल में
पीयूष-स्रोत-सी बहा करो
जीवन के सुंदर समतल में
-------जयशंकर प्रसाद (कामायनी)
Source- Internet
नारी! तुम केवल श्रद्धा हो
विश्वास-रजत-नग पगतल में
पीयूष-स्रोत-सी बहा करो
जीवन के सुंदर समतल में
-------जयशंकर प्रसाद (कामायनी)
Source- Internet
Wah ji wah..
हे गार्गी! तुम केवल श्रद्धा हो
विश्वास-रजत-नग पगतल में
पीयूष-स्रोत-सी बहा करो
जीवन के सुंदर समतल में
arre tum toh mere hi pichhe padh gaye ho.. 🙆♀️
😜😜
Jai ho🙏
🙏🙏🙏
Bhai iska English translation bhi likha karo. Jinhe Hindi nahi aati wo bhi iski gehrai aur sundarta ka anand le sakenge :)
Sure add kar dunga...English Translation.
Thank you....🙏🙏🙏